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Ravan in Hindi - Ravana fact in Hindi ( रावण के बारे में जानकारी हिंदी में)

Ravana Facts In Hindi – रावण के बारे में कौन नहीं जनता है आप लोगों ने रामायण में रावण के चरित्र वर्णन और रहन-सहन को देखा होगा, लेकिन इस पोस्ट में आपको रावण के बारे में रोचक तथ्य बताने वाले है unknown facts about ravan in hindi जिनको जानकार हैरान हो सकते है।रावण को रावण का नाम भगवान शिव ने ही दिया था और रावण नाम का अर्थ होता है तेज तेज दहाड़ना। जाने रावण के बारे में हैरान कर देने वाले रोचक तथ्य। Interesting facts about ravan in hindi.
रावण का नाम सुनते ही हमारे मन में एक क्रूर राजा अहंकारी व्यक्ति एक असुर और सब कुछ तुच्छ समझने वाले घमंडी इंसान की छवि उभरती है लेकिन हमें बहुत ही कम लोग हैं जानते हैं कि रावण सर्व शक्तिशाली एक कुशल राजा अत्यंत बुद्धिजीवी और अपने परिवार की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकने वाला भगवान शिव का बहुत बहुत बड़े भक्त थे। वैसे तो आप पर रावण के बारे में बहुत कुछ सुना और जानते होंगे लेकिन रावण के बारे में जो रोचक तथ्य इस पोस्ट में आपको बताने वाले है उनको जानकर आप जो आपके दिमाग में रावण के लिए छवि बनी है हो सकता है वह बदल जाए क्योंकि रावण की यह सच्चाई बहुत कम लोगों को ही पता है जो हम इस पोस्ट में आपको बताने वाले हैं। तो चलिए जानते हैं Amazing facts about ravana in hindi रावण से जुड़े अद्भुत एवं अजब गजब हैरान कर देने वाले रोचक बातें Ravana facts in hindi रावण के बारे में रोचक जानकारी। रावण के बारे में रोचक तथ्य Ravana Facts In Hindi रावण को सगीत का भी बहुत ज्ञान और शोक था रूद्र विणा बजने में रावण से कोई नहीं जित सकता थे रावण जब भी परेशान या चिंतित होता तो रूद्र विणा बजाने लग जाते थे। दोस्तों राम नाम केआपको दुनिया में लाखों लोग मिलेंगे लेकिन रावण नाम का शायद ही कोई व्यक्ति होगा, रावण सिर्फ एक ही थे। रावण बचपन से ही नहीं एक ब्राह्मण और ना ही एक राक्षस था रावण ऋषि विश्रवा का पुत्र थे जो कि विद्मान ब्राह्मण थे जब उसकी मां केकसी ऋषि विश्रवा की दूसरी पत्नी थी और वह एक क्षत्रिय राशि थी जिनको राक्षसी के नाम से भी जाना जाता है यही कारण था कि बचबान से ही रावण के पास ब्राह्मण जैसी बुद्धि और राक्षसों जैसी शक्ति विद्यमान थी। श्रीलंका के प्राचीन इतिहास में सबसे कुशल और सबसे बुद्धिमान राजा रावण ही थे ये बाते इतिहास में लिखित है रावण के ही शासनकाल में श्रीलंका की प्रजा सबसे कुशल और समृद्ध रही थी। आपको जानकर हैरानी होगी रावण की पूजा श्रीलंका में ही नहीं बल्कि भारत के दक्षिण राज्यों में रावण की पूजा होती है। खानपुर का कैलाश मंदिर वर्ष में दशहरे के दिन एक बार खुलता है जहां पर रावण की पूजा की जाती है। रावण को संगीत का शौक था। वो संगीत जानते भी थे। उसे वीणा बजाना बहुत पसंद करते थे । रावण परम ज्ञानी थे। उसने 6 शास्त्रों की रचना की थी। रावण ने योग, धर्मा, कामा, अर्थ, मोक्ष और नाव्या शास्त्र लिखे। ‘लंकेश्वर’ के अनुसार रावण शिव का परम भक्त, यम और सूर्य तक को अपना प्रताप झेलने के लिए विवश कर देने वाला, प्रकांड विद्वान थे । क्या आप जानते है कविताये लिखने में भी रावण पारंगत थे। रावण सिर्फ एक योद्धा नहीं थे उन्होंने बहुत सारी कविताये और श्लोक की रचनाये भी की थी शिव तांडव भी इन्ही रचना में से एक है। माना जाता है जब उसके पुत्र मेघनाथ का जन्म हुआ था तो उसने सभी ग्रह को 11 वे स्थान पर रहने के लिए कहा था ताकि उसके पुत्र को अमरता मिल सके लेकिन शनि महाराज 11 वे स्थान की जगह बारहवें स्थान पर जाकर विराजमान हुए रावण इस घटना से इतना क्रोधित हुआ कि उसने शनि देव पर ही आक्रमण कर दिया।

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